Jharkhand’s Vidhwa Punarvivah Protsahan Yojana, introduced by Chief Minister Champai Soren, offers a Rs 2 lakh financial incentive for widow remarriage, setting a progressive benchmark in India. Aimed at empowering women and altering societal norms, this scheme is a beacon of gender equality and social change.
Key Points Vidhwa Punarvivah Protsahan Yojana:
- Financial Incentive: A generous amount of Rs 2 lakh is offered to support widows choosing remarriage, fostering both financial stability and personal growth.
- Eligibility Criteria: Targets widows of marriageable age, excluding government employees, pensioners, and income taxpayers, ensuring the scheme benefits those in dire need.
- Application Process: Applicants must apply within one year of remarriage, providing necessary documents to avail the scheme’s benefits.
- Societal Impact: By challenging and changing societal norms around widow remarriage, the scheme promotes gender equality and aims at creating a more inclusive society.
This initiative not only reflects the Jharkhand government’s commitment to social welfare but also encourages other states to implement similar progressive measures.
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Hindi Version
झारखंड की विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा प्रस्तावित, विधवा पुनर्विवाह के लिए 2 लाख रुपये की वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है, जो भारत में एक प्रगतिशील मानक स्थापित करती है। महिलाओं को सशक्त बनाने और सामाजिक मानदंडों में परिवर्तन लाने के उद्देश्य से, यह योजना लिंग समानता और सामाजिक परिवर्तन की मशाल है।
मुख्य बिंदु Vidhwa Punarvivah Protsahan Yojana:
- वित्तीय प्रोत्साहन: पुनर्विवाह चुनने वाली विधवाओं को समर्थन प्रदान करने के लिए 2 लाख रुपये की उदार राशि प्रदान की जाती है, जो वित्तीय स्थिरता और व्यक्तिगत विकास दोनों को बढ़ावा देती है।
- पात्रता मापदंड: विवाह योग्य आयु की विधवाओं को लक्षित करता है, सरकारी कर्मचारियों, पेंशनभोगियों, और आयकर दाताओं को छोड़कर, सुनिश्चित करता है कि योजना उन तक पहुँचे जिन्हें इसकी सख्त ज़रूरत है।
- आवेदन प्रक्रिया: आवेदकों को पुनर्विवाह के एक वर्ष के भीतर आवेदन करना होगा और योजना के लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ प्रदान करने होंगे।
- सामाजिक प्रभाव: विधवा पुनर्विवाह के आसपास के सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने और बदलने से, योजना लिंग समानता को बढ़ावा देती है और एक अधिक समावेशी समाज बनाने का लक्ष्य रखती है।
यह पहल न केवल झारखंड सरकार की सामाजिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि अन्य राज्यों को इसी तरह के प्रगतिशील उपायों को लागू करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है।
- Who launched the Vidhwa Punarvivah Protsahan Yojana? A) Prime Minister of India B) President of India C) Chief Minister of Jharkhand D) Chief Minister of Bihar
- Correct Answer: C) Chief Minister of Jharkhand
- What is the financial incentive offered under the Vidhwa Punarvivah Protsahan Yojana? A) Rs 1 Lakh B) Rs 1.5 Lakh C) Rs 2 Lakh D) Rs 2.5 Lakh
- Correct Answer: C) Rs 2 Lakh
- Who are excluded from the eligibility criteria of the Vidhwa Punarvivah Protsahan Yojana? A) All widows B) Government employees, pensioners, and income tax payers C) Non-residents of Jharkhand D) Women below the age of 18
- Correct Answer: B) Government employees, pensioners, and income tax payers
- Within how many years must an application for the scheme be made after remarriage? A) Within 6 months B) Within 1 year C) Within 2 years D) No time limit
- Correct Answer: B) Within 1 year
Hindi
- विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना का शुभारंभ किसने किया? A) भारत के प्रधानमंत्री B) भारत के राष्ट्रपति C) झारखंड के मुख्यमंत्री D) बिहार के मुख्यमंत्री
- सही उत्तर: C) झारखंड के मुख्यमंत्री
- विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत कितनी वित्तीय प्रोत्साहन राशि दी जाती है? A) रु 1 लाख B) रु 1.5 लाख C) रु 2 लाख D) रु 2.5 लाख
- सही उत्तर: C) रु 2 लाख
- विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना की पात्रता मापदंडों से किसे बाहर रखा गया है? A) सभी विधवाएँ B) सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी, और आयकर दाता C) झारखंड के निवासी नहीं D) 18 वर्ष से कम उम्र की महिलाएँ
- सही उत्तर: B) सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी, और आयकर दाता